रविवार, मई 13, 2018

रोम रोम में तुझको बसाया

रोम रोम में तुझको बसाया
प्यार का तूं कोई गीत सुनाए
अक्छर अक्क्षर मुझको सिखाए
मुझ में आके ओ घुल जाए

वन वन डोले मन मन डोले
नैनन की तू भाषा बोले
डोल के सारा जग थक जाए

रंग रंग में तू है पगली
संग संग में तु है पगली
मुझको भी रहना सिखलाये

एक रंग है एक संग है
दोनो को अब एक पसंद है
आओ मिलकर गीत ये गाएं
प्यार का तूं कोई गीत सुनाएं
               -अनूप कुमार अनुपम
                    

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