दिल से कहता, उनकी बातें।
दिल से सुनता, उनकी बातें।।
हर मौजूं में आ जाती हैं
मेरी कविता, उनकी बातें।।
पागल बनकर घूमे देखो
सुनकर जनता, उनकी बातें।
तन मन शीतल कर डाला है।
बहता दरिया, उनकी बातें।।
ग़ज़लों की दुनिया में जाकर।
मैं हूं लिखता, उनकी बातें।।
-अनूप कुमार अनुपम
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