मंगलवार, अप्रैल 23, 2019

मुहब्बत का पूरा असर देखना है।।

मुहब्बत का पूरा असर  देखना है।।
कसक जो इधर है उधर देखना है ।।

अदायें दिखाकर किया जिसने घायल।
छिपी है कहाँ ओ नज़र देखना है।।

          -अनूप कुमार अनुपम

छप्पर में हमारे हमें आराम बहुत है

छप्पर में हमारे हमें आराम बहुत है।। मिलता यहाँ पे हमको विश्राम बहुत है।। शहरों में खिली सुब्ह मुबारक रहे तुमको।। मुझको तो मेरे गाँव की ये...